I have been listening to ghazals all day today and there is one that I absolutely love.
Here are a couple of lines from it..
वो नए गिले वो शिकायते. वो मज़े मज़े की हिकायते
वो हर एक बात पे रूठना
तुम्हे याद हो, के न याद हो
वो जो हम में तुम में करार था
तुम्हे याद हो न याद हो.
You can listen to it here (this is not the version I have, but is nice too)
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